Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Secrets
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अपने डर पर एक अच्छी किताब पढ़ने से आपको इससे छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। जिंदगी में जिस विषय को लेकर आप परेशान है या जो चीज आपको सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है,उसके बारे में मोटिवेशनल किताबें पढ़ना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसलिए पहले डर को जानें और इसे पहचान कर इसके बारे में अच्छी किताबें तलाशें और उन्हें पढ़ें।
आपको खुद पर इतना भरोसा होना चाहिए की आप किसी भी समस्या से निपटने में काबिल हैं. आप कमजोर नहीं हैं, डर आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
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यदि आप ऊंचाइयों से डरते हैं, तो कल्पना करें कि आप एक मुश्किल चढ़ाई पर पहुँच रहे हैं। अपनी इस उपलब्धि की भावना के साथ में जुड़ें।
क्योंकि वो खुश नहीं होता और उसकी अंदरूनी ख़ुशी गुम हो चुकी होती है. उसका दिल हमेशा उसे इस बात का अहसास करवाता रहता है की उसने बहुत गलत काम किये हैं.
यह याद रखना जरूरी है कि कभी-कभी डरना भी ठीक होता है। जब हम अपने अंदर के डर को नकारने लगने हैं तो यह हमारी चिंता का कारण बनता है। किसी के मन में डर एक ऐसी स्थिति के कारण पैदा होता है जो आपके नियंत्रण से बाहर होती है। check here ऐसा स्थिति में डर लगना हमारी एक सामान्य प्रतिक्रिया हो सकती है। इस डर में होने पर बुरी तरह से बहकने या तेजी से प्रतिक्रिया करने के बजाय, इसे स्वीकार करें। स्वीकृति आपके डर पर काबू पाने का पहला कदम है। डर लगना बुरी बात नहीं, इससे दूर भागना बुरी बात है।
यदि आप हमेशा सोचते हैं तो सबसे पहला कदम सक्रत्मकता हैं
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वहीं यदि ये विश्वास रखें, आप उन चीजों या परिणामों में विश्वास नहीं रखते जो आपने देखी न हों या घटित नहीं हुईं हैं, ऐसी स्थिति मन से डर को पूर्णतः निकाल देता हैं।
दिखावा करना की आपको डर नहीं है बहुत सरल हैं मगर यहां मन बहाने बनाने लगता हैं बजाए मुड़कर डर का सामना करने के आप इससे पीछा छुड़ाने के विषय में सोचने लगते हैं। डर को आगे बढ़ने के कारक की तरह पहचाने ना कि बहाने बनाने के लिए
जन्म देना और वापिस बुलाना भगवान् का काम है, जब तक वो नहीं चाहेंगे, कोई भी आपका बाल भी बांका नहीं कर सकता.
मानवीय अनुभवों में यदि हम डर के संकेतों को ढूंढने जाएं तो यह शारिरिक संकेतों से भी गहन दिखलाई पड़ता है क्योंकि यहां डर के कुछ ऐसे भी प्रकार हैं जो बहुत घातक है –
उत्तर: नहीं। डर से भागने की बजाय उसका सामना करना ही समाधान है।
डर के स्रोत को समझें: क्या यह कुछ स्पष्ट है, जैसे किसी पगडंडी पर सांप का दिखाई देना? हो सकता है कि करियर काउंसलर के ऑफिस के दरवाजे के सामने से गुजरना आपके मन को वापिस उसी तरह की स्थिति में ले जाता है, जैसा आप अपने हाई स्कूल के कॉरीडोर से गुजरते समय महसूस करते थे। अपने डर के हर संभावित कारण का पता लगाएं। आप अपने डर को जितना अधिक समझेंगे, आपके लिए उतना ही बेहतर होगा।